सच्चे गुरु सिख की 13 निशानियां (पहचान)
सच्चे गुरु सिख की 13 निशानियां (पहचान)
👉 1- हर समय सचेत रहकर स्वांसों को सफल करता है। अर्थात: हर समय सावधान रहकर परमात्मा का स्मरण करता है। सिमरण में रहता है ।
👉 2- दूसरी निशानी सचेत रहता है और स्वपन में भी किसी का बुरा नहीं सोचता।
👉 3- एकांत में भी बुरा काम करने से डरता है।
👉 4- कभी किसी की खुशी को लताड़ कर (कुचलकर) अपनी खुशी नहीं मांगता/मनाता।
👉 5- देख के अणडिठ करने का यतन करता है अर्थात: इधर-उधर की बातों में ध्यान नहीं देता।
👉 6- माया (लोभ-लालच) से उपर उठ जाता है।
👉 7- सरबत का (सभी का) भला करता है और सरबत (सभी का) भला मांगता है ।
👉 8- दुखों से दुखी नहीं होता विचलित नहीं होता, विलाप नहीं करता, और सुखों में उच्छला (अहंकार) नहीं करता ।
👉 9- दुख में भी सुख खोजने का प्रयास करता है।
👉 10- किसी तरफ भी, किसी तरह से अपने आचरण को गिरने नहीं देता ।
👉 11- इस दुनियां में अपने आप को मुसाफिर समझता है ।
👉 12- अपनी बढ़ाई (तारीफ) सुनने से भी संकोच/परहेज करता है।
👉 13- जितना चाहे बढ़ा गुणवान ज्ञानी बन जाए, पर मन करके सदैव सेवादर बना रहता है।
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समाचार के लिये 9414007822

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