स्वर्गवासी भगवानी कौर के निमित सुखमनी साहिब के पाठ, गुरुबाणी शब्द कीर्तन के साथ अरदास अन्तिम सम्पन्न.....
स्वर्गवासी भगवानी कौर के निमित सुखमनी साहिब के पाठ, गुरुबाणी शब्द कीर्तन के साथ अरदास अन्तिम सम्पन्न अजमेर (लबाना न्यूज नेटवर्क)। स्वर्गवासी भगवानी कौर के निमित आज प्रात: 11-00 बजे इनके निवास स्थान पर श्री सुखमनी साहिब का पाठ आरम्भ हुआ, श्रीसुखमनी साहिब का पाठ भाई भगवान सिंह जी के साथ समूह उपस्थित संगत ने सामूहिक रूप से किया, उपरान्त खुले पंडाल में श्री गुरु ग्रन्थ साहिब जी का प्रकाश कर गुरुबाणी शब्द कीर्तन दरबार सजाया गया, जिसमें सिंह सभा गुरुद्वारा नगरा अजमेर के हैड ग्रंथी रागी भाई गुरमेलसिंह जी (श्री गंगानगर वाले) ने "साधो मन का मानु तिआगउ ॥", (श्री गुरु ग्रन्थ साहिब जी अंग 219, अर्थात: हे संतजनो ! यह मन वश में नहीं किया जा सकता।) "खाणा पीणा हसणा सउणा विसरि गइआ है मरणा ।।" ( श्री गुरु ग्रन्थ साहिब जी अंग 1254, अर्थात: खाने-पीने, हँसने एवं सोने में मौत भी भूल गई है।), "अपने करम की गति मै किआ जानउ ॥ ( श्री गुरु ग्रन्थ साहिब जी अंग 870: अर्थात: मैं अपने शुभाशुभ कर्मों की गति क्या जान सकता हूँ।), आदि गुरुबाणी शब्द कीर्तन गायन क...