सैकड़ों श्रद्धालुओं की उपस्थिति ने बढ़ाई नगर कीर्तन की शोभा :

 

श्री गुरु रामदास साहिब प्रकाश पर्व:
सैकड़ों श्रद्धालुओं की उपस्थिति ने बढ़ाई  नगर कीर्तन की शोभा : लड़िवार  15वां श्री अखण्ड पाठ साहिब आरम्भ:
प्रथम महान कीर्तन दरबार में सन्त बाबा सुखदेव सिंह जी समेत अन्य रागी सिंघों ने संगत को किया निहाल :

अजमेर 10 अक्टूबर 2022 (जी.एस.लबाना)।
लबाना कालोनी स्थिति गुरुद्वारा श्री गुरु रामदास साहिब में श्री गुरु रामदास साहिब के प्रकाश पर्व पर 9 अक्टूबर को दोपहर 1-00 बजे नगर कीर्तन गुरुद्वारा साहिब से आरम्भ होकर राजेन्द्र स्कूल, मलूसर रोड, सिन्धुवाडी, मेला स्टेशन, रावण की बगीचों, तिलोक नगर, झूलेलाल चौक से  आशा गंज  से होते हुए संत कंवर राम स्कूल के पीछे लबाना कालोनी स्थिति गुरुद्वारा साहिब पहुंची।  भाई हिम्मत सिंह दरबार के  वर्तमान महन्त सन्त बाबा सुखदेव सिंह जी नगर कीर्तन का स्वागत किया, इसी तरह अनैक जगहों पर अनैक श्रद्धालुओं ने फूल-महिलाओं से स्वागत किया । नगर कीर्तन में  सैकड़ों श्रद्धालुओं ने केसरिया चुन्नी, साफा, व कपड़े पहने हुए थे।  नगर कीर्तन में  बैड बाजे के साथ  पंजप्यारों की अगुवाई में  साहिब श्री गुरु ग्रन्थ साहिब जी की  सवारी शोभायमान थी, श्रद्धालुओं ने  सडक पर साफ सफाई, पानी छिड़काव की सेवा करके गुरु रामदास साहिब की खुशियाँ प्राप्त की। केसरिया रंग और श्रद्धालुओं की उपस्थिति ने  नगर कीर्तन की शोभा को मानो चार चाँद लगा दिये।

इससे पहले दरबार साहिब में  प्रात: 15वां श्री अखण्ड पाठ साहिब आरम्भ हो गया जिसकी समाप्ति  मंगलवार 11 अक्टूबर 2022 को प्रात: होगी । ज्ञात रहे कि दरबार साहिब में  गत 25 सितम्बर 2022 से चल रहे श्री अखण्ड पाठ साहिब की लड़ियां आरम्भ हो गई थी।

प्रकाश पर्व पर आज सांय 7-00 बजे दरबार साहिब के पास स्थित संत कवर राम स्कूल में  कीर्तन दरबार सजाया गया, जिसमें भाई हिम्मत सिंह साहिब दरबार के  वर्तमान गद्दीनशीन महन्त सन्त बाबा सुखदेव सिंह जी ने " आदि गुरु ऐ नमह, जुगाद गुरु ऐ नमह:" शब्द राही संगत को निहाल किया,  दरबार के  हैड ग्रन्थी भाई सुरजीत सिह "सिन्धु"  ने "तुध रूप न रेखिया जात है" भाई गुरमेल सिंह गुरुद्वारा नगरा अजमेर ने "धन धन  हमारे भाग घर आया  पीर मेरा",  "अब गुरु रामदास को मिली वडाई", "बेअन्ता बेअन्त गुण तेरे केतक गांवां तेरे",  "मन चाउ भइया प्रभु  हर मंगल गाउन सखी घर मन्दिर बनिया", भाई मनिदर सिंह जी दिल्ली वालों ने "मन प्रीत चरन  कामना रे",  "राज न चाहू मुक्त न चाहू", "गुरु जैसा ना ही को देव जिस मस्तक भागा लागा हर सेव", "ऐसे गुरु को बल बल जाईये आप मुक्त मोहे तारे",  कथा वाचक मलकीत सिंह जी निमार्ण ने कथा व्याखान करते हुए गुरु रामदास साहिब के जीवन पर प्रकाश डाला, इन्होने कहा कि गुरुजी का जीवन अथाह समून्द्र है, मैं तो क्या कोई गुणी ज्ञानी भी समुद्र पूरी गाथा नहीं कर सकता हां एक चमच उस समून्द्र से भरा जा सकता है जो आपके सामने रख रहा हूं, निर्माण ने कहा कि श्री गुरु रामदास साहिब के बचपन का नाम भाई जेठा जी था,  बचपन में अनाथ हो  जाने के  बाद  चाचा ताऊ, अडोस-पड़ोस वाले भाई जेठा को  अभागा  मानकर अपने घर पर नही आने देते, नानी इन्हे अपने साथ ले गई,  और छोले उबाल कर देती भाई जेठा जी छोले बेचकर आते उससे जो आमदनी होती उसी से गुजारा करते। एक दिन भाई जेठा जी को रास्ते में साधुओं की टोली मिली उनको भूख लगी थी,  भाई जेठा ने वह छोले उन्हे खिला दिये, साधुओं ने कहा हमारे पास पैसे नही हैं, भाई जेठा ने कहा कोई बात नही आप तो आर्शीवाद दे दो, कथावाचन निर्माण ने कहा कि सन्तों साधुओं के आशीर्वाद में बहुत बडी ताकत होती है, कथावाचन निर्माण ने कहा कि मुझे भी कथा करने की  जो दाद  मिली है वह सन्त बाबा हिम्मत सिंह दरबार के वर्तमान गद्दीनशीन महन्त  सन्त बाबा सुखदेव सिंह जी से मिली है। कथा के  दौरान सन्तों की महिमा का गुणगान करते हुए भाई निर्माण ने सन्त बाबा  सन्त भाई हिम्मत सिंह साहिब की साखी बताते  हुए  कहा कि पाकिस्तान में  भाई हिम्मत सिंह जी कहीं भी घोड़े पर आते-जाते थे, तो वह घोड़े पर बैठ कर  आखें बन्द करके  जपजी साहिब का पाठ करते रहते थे, एक दिन अचानक उनके घोड़े के पैर के नीचे एक बालक आ गया और उसकी मृत्यु हो गई, आस पास के सभी लोग चिल्लाने लगे, और भाई हिम्मत सिंह साहिब पर नाराज होकर लड़ने लगे, भाई हिम्मत सिंह साहिब ने कहा लड़का मरा नही  है  ठीक है जायेगा, भाई हिम्मत सिंह साहिब लडके के दरबार  में  ले आये और गुरु ग्रन्थ साहिब जी के समक्ष  रख  कर  अरदास की,  वह मरा हुआ लड़का उठ खड़ा हुआ । कथा वाचक भाई निर्माण ने कहा कि सन्तों महापुरुषों के वचन खाली नहीं जाते हैं। समय के चलते कथा वाचक को अपनी कथा रहीं विराम देना पढा और कहा कि  शेष रही कथा पर कल प्रकाश डालेगे। 

11 अक्टूबर को प्रात: श्री अखण्ड पाठ की समाप्ति उपरान्त  गुरुबाणी शब्द कीर्तन, अरदास व गुरु का लंगर अटूट बरतेगा। सांय 7-00 बजे से रात्रि 11-00 ,,बजे तक संत कवंर राम स्कूल के  प्रांगण में कीर्तन दरबार सजाया जायेगा। 

नगर कीर्तन का विडियो देखें 👇👇

https://youtu.be/HT6gWoIFzGM


कुछ फोटो देखे 👇👇 













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 सम्पादक: 
जी. एस. लबाना  
9414007822 
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